NTPC Green Energy ने गुजरात में 150 मेगावाट की सौर पीवी परियोजना शुरू की
NTPC Green Energy: भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी, NTPC Green Energy का ग्रीन आर्म, NTPC Green Energy लिमिटेड (NGEL), ने गुजरात के मेसांका में अपनी 150 मेगावाट सौर पीवी परियोजना के दूसरे चरण का सफलतापूर्वक संचालन शुरू किया। इस परियोजना के दूसरे चरण के संचालन से कंपनी की अक्षय ऊर्जा क्षमता में और भी इजाफा हुआ है और साथ ही निवेशकों का विश्वास भी बढ़ा है।
कंपनी ने इस सफलता के बाद अपने शेयर की कीमत में वृद्धि देखी है, जो ₹137.33 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गई, जबकि पिछले बंद भाव ₹135.49 था, जो 1.35% की वृद्धि को दर्शाता है।
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हाइलाइट्स
- NTPC Green Energy ने अपनी सहायक कंपनी NTPC रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के माध्यम से गुजरात के मेसांका सोलर पीवी परियोजना के दूसरे चरण के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा की।
- इस दूसरे चरण के तहत 30 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता जुड़ी है, जिसे गुजरात ऊर्जा विकास एजेंसी (GEDA) द्वारा आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त हुई है।
- कंपनी अपनी NTPC Green Energy परियोजनाओं के पोर्टफोलियो का लगातार विस्तार कर रही है, और आंध्र प्रदेश के पुदीमदका में एक ग्रीन हाइड्रोजन हब शुरू किया है।
- इसके साथ ही कंपनी ने रिन्यूएबल एनर्जी के निरंतर आपूर्ति के लिए एक नया बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी शुरू किया है।
शेयर में उछाल का कारण
NTPC Green Energy के शेयर में इस बढ़त का मुख्य कारण कंपनी की सफलता और नई परियोजनाओं का संचालन है। गुजरात के मेसांका सोलर पीवी परियोजना का दूसरा चरण पूरी तरह से चालू हो गया है, जिससे कंपनी की कुल परियोजना क्षमता में 30 मेगावाट की वृद्धि हुई है। यह कंपनी के दीर्घकालिक विकास के लिए एक अहम कदम है और बाजार में कंपनी के सकारात्मक भविष्य का संकेत भी है।
इस सफलता के बाद, निवेशकों का विश्वास और बढ़ा है और यह NTPC ग्रीन एनर्जी के शेयर की कीमत में उछाल का कारण बना है।
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कंपनी की हाल की उपलब्धियां जानें
NTPC Green Energy ने अपनी क्षमता को कई बड़े पैमाने पर बढ़ाया है। हाल ही में कंपनी ने आंध्र प्रदेश के पुदीमदका में ग्रीन हाइड्रोजन हब स्थापित किया है और इसके साथ ही खावडा रिन्यूएबल एनर्जी पहल के तहत भारत की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा परियोजना की यूनिट भी शुरू की है। इस परियोजना में दो नए सोलर पार्क शामिल हैं, जिनकी कुल क्षमता 2.45 गीगावाट है।
इन सभी उपलब्धियों से कंपनी का पोर्टफोलियो मजबूत हुआ है और साथ ही भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में इसकी स्थिति भी सशक्त हुई है।
भविष्य का दृष्टिकोण
NTPC Green Energy का लक्ष्य FY2032 तक 60 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करना है। फिलहाल कंपनी के पास 3.5 गीगावाट की स्थापित क्षमता है और 28 गीगावाट से अधिक की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं। आने वाले वर्षों में कंपनी की योजना भारत के स्वच्छ ऊर्जा उद्देश्यों को समर्थन देने और स्थिरता की दिशा में अपने योगदान को बढ़ाने की है।
इस वृद्धि के साथ, NTPC ग्रीन एनर्जी न केवल भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा, बल्कि दुनिया में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भी एक अहम खिलाड़ी बनेगा।
कंपनी के बारे में जानें
NTPC Green Energy लिमिटेड (NGEL), भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी NTPC का ग्रीन आर्म है। यह कंपनी हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट्स के अलावा अक्षय ऊर्जा की परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सितंबर 2024 तक, यह कंपनी भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनियों में से एक बन चुकी है।
कंपनी का Q2 FY25 का परिचालन से राजस्व ₹1,082 करोड़ रहा, जो कि Q2 FY24 के ₹1,008 करोड़ से 7.4% की वृद्धि को दर्शाता है। इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ भी ₹208 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 137% की वृद्धि को दर्शाता है।
निष्कर्ष
NTPC Green Energy की हाल की परियोजनाओं और निवेशों से यह साफ है कि कंपनी भविष्य में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा योगदान देने वाली है। यदि आप NTPC ग्रीन एनर्जी के शेयरों में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो यह कंपनी एक मजबूत और स्थिर भविष्य की ओर अग्रसर हो रही है। हालांकि, निवेश से पहले अपनी खुद की रिसर्च और वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना हमेशा अच्छा रहता है।